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बुद्ध कथा
1- मन सभी प्रवत्तियों का पुरोगामी है,मन उनका प्रधान है,वे मनोमय हैं,यदि कोई दोषयुक्त मन से बोलता है या कर्म करता है तो दुख उसका अनुसरण वैसे ही करता है जैसे गाड़ी का चक्का ,खींचनें वाले बैलों के पैर…